दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के Co-founder ने ई-कॉमर्स कंपनी ऐमजॉन के फाउंडर जेफ बेजॉस को पछाड़कर दो साल बाद एक बार फिर दुनिया के सबसे दौलतमंद शख्स का खिताब अपने नाम कर लिया है।
गेट्स की संपत्ति में इजाफा संभावित तौर पर 25 अक्टूबर को पेंटागन द्वारा किए गए सरप्राइज फैसले की घोषणा के मद्देनजर हुआ है। पेंटागन ने माइक्रोसॉफ्ट को क्लाउड कंप्यूटिंग को लेकर 10 अरब डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट दिया है। यह कॉन्ट्रैक्ट लेने में ऐमजॉन माइक्रोसॉफ्ट से पिछड़ गया था।
यूरोप के बर्नार्ड तीसरे सबसे अमीर
इंडेक्स में 500 लोगों की संपत्तियों को जगह दी गई है. इसमें यूरोप के Bernard Arnault की कुल संपत्ति 102.7 अरब डॉलर आंकी गई है. इससे वे दुनिया के तीसरे सबसे अमीर बने।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक गेट्स की संपत्ति में अचानक बढ़ोतरी का कारण माइक्रोसॉफ्ट के शेयरों में आया उछाल है। शेयरों में उछाल उस फैसले से हुआ जो पेंटागन ने हाल में लिया है.
बता दें कि अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने गेट्स की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट को क्लाउड कंप्यूटिंग का 10 अरब डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट दिया है. इस कॉन्ट्रैक्ट के लिए जेफ बेजोस भी लगे हुए थे. लेकिन अमेजन को यह कॉन्ट्रैक्ट नहीं मिल पाया.
रिपोर्ट के मुताबिक इस कॉन्ट्रैक्ट के मिलने के बाद बिल गेट्स की संपत्ति बढ़कर 110 अरब डॉलर हो गई है. वहीं जेफ बेजोस की संपत्ति 108.7 अरब डॉलर है.