जासूसी के आरोप में सेना के दो अधिकारियों का कोर्ट मार्शल, राजा रिजवान को फांसी अमेरिका को लीक की थी ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान में छुपे होने की खबर
ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में ही छुपा है और पाकिस्तानी सेना ही आतंकियों को पालने में जुटी है। इतनी संवेदनशील खबरें अमेरिका तक पहुंचाने वाले पाकिस्तान के जासूस ब्रिगेडियर राजा रिजवान को पाकिस्तानी सेना ने कोर्ट मार्शल के बाद फांसी पर लटका दिया। कोर्ट मार्शल में राजा रिजवान को फांसी की सजा और जावेद इकबाल को 14 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। ऐसा पहली बार हुआ है कि पाकिस्तानी सेना ने दो बड़े सैन्य अधिकारियों को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है।
पाकिस्तानी सेना ने मई में ब्रिगेडियर राजा रिजवान और लेफ्टिनेंट जनरल जावेद इकबाल सहित एक सिविलयन का कोर्ट मार्शल किया था। तीनों पर विदेशों के लिए पैसों की एवज में जासूसी का आरोप था।
पाकिस्तानी डिफेंस साइट, 'पीके डॉट डिफेंस' के मुताबिक, ब्रिगेडियर राजा रिजवान को अपने देश के खिलाफ जासूसी करने के जुर्म में फांसी की सजा दे दी गई है। अभी तक पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग, आईएसपीआर ने इस खबर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
डिफेंस डॉट पीके के मुताबिक, दोषी ब्रिगेडियर ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख से अपने को दोषमुक्त करने की अपील की थी लेकिन अपील खारिज होने पर उन्हें फांसी की सजा दे दी गई।
लेफ्टिनेंट जनरल जावेद इकबाल पाकिस्तानी सेना की रावलपिंडी स्थित 111वीं ब्रिगेड ('तख्ता-पलट') के कमांडर सहित डीजीएमओ जैसे अहम पदों पर रहकर वर्ष 2015 में रिटायर हुए थे। जिस सिविलयन का कोर्ट मार्शल हुआ था वो काहोट स्थित पाकिस्तानी के परमाणु-संयंत्र में काम करता था।
डिफेंस साईट पर ये खबर 5 न्यूज ऑस्ट्रेलिया की खबर के तौर पर दिखाई जा रही है।
मई में पाकिस्तानी सेना ने ब्रिगेडियर राजा रिजवान और लेफ्टिनेंट जनरल जावेद इकबाल सहित एक सिविलयन का कोर्ट मार्शल किया था। तीनों पर विदेशों के लिए पैसों की एवज में जासूसी का आरोप था।
पाक मीडिया ने दावा किया कि अगर दोषी अधिकारी के परिजन उसे तलाशने के लिए पाक सेना में ही गुहार नहीं लगाते तो इस जासूसी के कांड का खुलासा कभी नहीं होता। क्योंकि इन दोनों को पाकिस्तानी सेना ने एक लंबे समय तक गैर-कानूनी तरीके से हिरासत में रखा हुआ था।
मगर मामला अदालत में आने पर फरवरी में आईएसपीआर ने खुलासा किया था कि दोनों अधिकारियों को अलग अलग मामले में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार होने और कोर्ट मार्शन की जानकारी दी। बाद में बताया कि ये दोनों अधिकारी किसी विदेशी ताकत के लिए काम कर रहे हैं।
पाकिस्तानी सेना ने दावा किया कि जर्मनी की राजधानी बर्लिन में पाकिस्तानी दूतावास में मिलिट्री-अटैचे (2009-12) के तौर पर तैनाती के दौरान ब्रिगेडियर राजा रिजवान ने अमेरिकी गुप्तचर एजेंसी, सीआईए को बेहद ही संवदेनशील जानकारी लीक की थी।
आरोप है कि राजा रिजवान ने ही ओसाम बिन लादेन के पाकिस्तान में छिपे होने की खबर अमेरिका तक दी थी। जिसे बाद में अमेरिकी सील कमांडोज़ ने एक सीक्रेट ऑपरेशन में मार गिराया था। आरोप है कि राजा रिजवान और जावेद इकबाल भारत को भी खुफिया जानकारी मुहैया कराते रहे थे। हालांकि इस बात की कभी पुष्टि नहीं हो पाई।