जेएनयू पर नकाबपोश गुंडों के हमले के बाद से देश भर में इस हमले के खिलाफ प्रदर्शन किए जा रहे हैं। मगर मुंबई में इस हमले के खिलाफ गेटपे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन करती महिला ने कश्मीर की आजादी की तख्ती लहरानी शुरु कर दी है। इस पर मजे लेते हुए प्रोफेसर कुमार विश्वास ने ट्वीट किया है कि आजादी के लिए गृहमंत्री अमित शाह से संपर्क कर सकती हैं। वहीं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस ने इस स्लोगन पर कड़ा ऐतराज जताया है।
5 जनवरी की रात जवाहर लाल नेहरू कैंपस में करीब दो सौ से तीन सौ नकाबपोशों ने हमला किया। नकाब के नाम पर दुपट्टा, गमछा या मफलर चेहरे पर लपेटे हमलावरों की भीड़ आई । हाथों में हॉकी, रॉड, पॉलीथिन, बाल्टियों और दुपट्टों में पत्थर और ईंटें भरे हुए थे। सबसे पहले पेरियार हॉस्टल पर हमला होता है। फिर साबरमति हॉस्टल फिर माही मांडवी इसके बाद गोदावरी। दो घंटों तक हिंसा का तांडव किया जाता है। शिक्षकों के क्वार्टर्स पर भी हमला किया जाता है।
अभी तक हमलावरों की पहचान नहीं हो सकी है। हमलावर नकाबपोश थे, उनकी पहचान फिलहाल तक नहीं हो सकी है। मगर खास विचारधारा से जुड़े फिल्मी सितारों से लेकर प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाना शुरु कर दिया है कि इस हमले की साजिश आरएसएस या भाजपा ने ही रची है और उनके खिलाफ प्रदर्शन जोरों पर हैं। बात यहीं पर खत्म नहीं होती, प्रदर्शनकारी खुलेआम प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ गालियां लिखकर तख्ती हवा में लहरा रहे हैं।
एक महिला प्रदर्शनकारी ने सारी हदें पार करते हुए छात्रों पर हुए हमले के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए कश्मीर को आजाद करने की तख्ती लहरानी शुरु कर दी। इस नारे पर मजे लेते प्रोफेसर कुमार विश्वास ने ट्वीट किया कि गृहमंत्रालय के अमित शाह से संपर्क करें।दूसरी ओर इस तरह के बरगलाने वाले स्लोगन पर कड़ा ऐतराज जताते हुए देवेंद्र फणनवीस ने सीधे सवाल पूछा ये प्रदर्शन आखिरकार किसलिए था। इस तरह के आपत्तिजनक स्लोगन क्यूं लहराए जा रहे हैं।
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