मुजफ्फरनगर। एआरटीओ ने खतौली क्षेत्र में एक दुकान में चल रहे फर्जी ड्राइविंग स्कूल को पकड़ा है। जांच में स्कूल का पंजीकरण व परमिट नहीं मिला। रिकॉर्ड के मुताबिक पिछले तीन साल से लोगों को वहां से ड्राइविग का प्रशिक्षण दिया जा रहा था। दुकान पर सील लगाकर कार सीज कर दी गई है।
एआरटीओ प्रवर्तन विनीत मिश्रा ने पुलिस के साथ नेशनल हाईवे स्थित खतौली-बुढ़ाना मार्ग आदि स्थानों पर डग्गामारों की चेकिग की। इसके बाद उन्होंने खतौली क्षेत्र की नवीन मंडी के निकट एक दुकान में संचालित ड्राइविंग स्कूल को पकड़ा। प्राथमिक जांच में स्कूल फर्जी निकला है। स्कूल को परिवहन विभाग से अनुमति के साथ परमिट नहीं था। ऐसे में बगैर अनुमति पत्र के वहां से लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा था।
कार्रवाई के दौरान स्कूल प्रबंधक सुमित मंडी परिसर में एक महिला को प्रशिक्षण देते हुए मिला। एआरटीओ ने कार की जांच की तो वह दिल्ली नंबर की पाई गई। खास बात है कि यह कार कामर्शियल में पंजीकृत नहीं थी, लेकिन उससे बिजनेस किया जा रहा था। एआरटीओ ने कार को सीज व स्कूल को सील कर दिया। साथ ही प्रबंधक सुमित को पत्रावलियां दिखाने के निर्देश दिए हैं।
जुर्माना भी वसूलेगा विभाग
परिवहन विभाग बिना अनुमति के स्कूल चलाने और प्राइवेट कार को व्यावसायिक रूप से इस्तेमाल करने के मामले में जुर्माना भी वसूलेगा। जुर्माना रिकॉर्ड के आधार पर वर्ष 2017 से लिया जाएगा। फिलहाल स्कूल से जब्त किए गए रजिस्टर और रिकॉर्ड का अवलोकन किया जा रहा है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
खतौली क्षेत्र में फर्जी ड्राइविग स्कूल पकड़ा गया है। जांच में स्कूल में वर्ष 2017 से प्रशिक्षण दिया जा रहा था। स्कूल को सील कर एक वाहन को सीज कर दिया है। प्रबंधक पर भी कार्रवाई की जा रही है।
-विनीत मिश्रा, एआरटीओ प्रवर्तन, मुजफ्फरनगर।